बाल गजल-98
आइ दीदी लेल एलै बरियात गै
चल सहेली देखबै फेरा सात गै
देख हमरा लेल एलै नव लंहगा
एहिमे लागैछ सुन्नर सन गात गै
चारि जनरेटर कते मचबै शोर गै
मरकरीमे गाछकेँ चमकै पात गै
लाल छै पंडाल लागल छै भीड़ गै
हाथमे माला लऽ दीदी एकात गै
गारि दै छै समधिकेँ भौजी देख ने
तीन बाजल रातिकेँ भेलै प्रात गै
भेल की कानै हमर माँ परिवार गै
संग छूटल "अमित" आश्चर्यक बात गै
फाइलातुन-फाइलातुन-मुस्तफइलुन
2122-2122-2212
बहरे-जदीद
आइ दीदी लेल एलै बरियात गै
चल सहेली देखबै फेरा सात गै
देख हमरा लेल एलै नव लंहगा
एहिमे लागैछ सुन्नर सन गात गै
चारि जनरेटर कते मचबै शोर गै
मरकरीमे गाछकेँ चमकै पात गै
लाल छै पंडाल लागल छै भीड़ गै
हाथमे माला लऽ दीदी एकात गै
गारि दै छै समधिकेँ भौजी देख ने
तीन बाजल रातिकेँ भेलै प्रात गै
भेल की कानै हमर माँ परिवार गै
संग छूटल "अमित" आश्चर्यक बात गै
फाइलातुन-फाइलातुन-मुस्तफइलुन
2122-2122-2212
बहरे-जदीद
अमित मिश्र
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