गुरुवार, 31 जनवरी 2013

बाल गजल

बाल गजल-95

ओसपर बस नजरि राखब
सात रंगक रेख पायब

रौदमे छै पैघ गुण सब
सौर उर्जा काज आनब

भोरमे बड लाल सूरज
साँझमे पुनि लाल देखब

छोड़ एखन गुड़क ढ़ेला
खेत चल कुशियार तोड़ब

जखन आगू साग भेटत
तखन बेसी भात माँगब

प्राण गाछोमे रहै छै
एखनसँ नै गाछ काटब

गीतमे ओ भास गढ़ि ले
बाल मोनक छाप छोड़ब

फाइलातुन
2122 दू बेर सब पाँतिमे
बहरे-रमल

अमित मिश्र

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों