गुरुवार, 31 जनवरी 2013

बाल गजल

बाल गजल-99

कौआ धुन रचै तँ खरहा खूब नाचै
गैया दूध दै तँ बाछा खूब नाचै

जखने भागि जाइ बगुला छोड़ि पोखरि
संगे छोट माछ बड़का खूब नाचै

जै घरमे बिलाइ मौसी जाइ बाहर
निकलै बिलसँ झट दऽ मूसा खूब नाचै

चमकै जतऽ इजोत आबै ओतऽ कीड़ा
जलखइ देख बेंग राजा खूब नाचै

बाँसक छीपपर तिरंगा पैघ बान्हल
सिहकै जखन पवन झण्डा खूब नाचै

बरसै जखन मेघ गाछक पात नाचै
छुट्टी होइ जखन बौआ खूब नाचै

मफऊलातु-फाइलातुन-फाइलातुन
2221-2122-2122

अमित मिश्र

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों