बाल गजल-99
कौआ धुन रचै तँ खरहा खूब नाचै
गैया दूध दै तँ बाछा खूब नाचै
जखने भागि जाइ बगुला छोड़ि पोखरि
संगे छोट माछ बड़का खूब नाचै
जै घरमे बिलाइ मौसी जाइ बाहर
निकलै बिलसँ झट दऽ मूसा खूब नाचै
चमकै जतऽ इजोत आबै ओतऽ कीड़ा
जलखइ देख बेंग राजा खूब नाचै
बाँसक छीपपर तिरंगा पैघ बान्हल
सिहकै जखन पवन झण्डा खूब नाचै
बरसै जखन मेघ गाछक पात नाचै
छुट्टी होइ जखन बौआ खूब नाचै
मफऊलातु-फाइलातुन-फाइलातुन
2221-2122-2122
अमित मिश्र
कौआ धुन रचै तँ खरहा खूब नाचै
गैया दूध दै तँ बाछा खूब नाचै
जखने भागि जाइ बगुला छोड़ि पोखरि
संगे छोट माछ बड़का खूब नाचै
जै घरमे बिलाइ मौसी जाइ बाहर
निकलै बिलसँ झट दऽ मूसा खूब नाचै
चमकै जतऽ इजोत आबै ओतऽ कीड़ा
जलखइ देख बेंग राजा खूब नाचै
बाँसक छीपपर तिरंगा पैघ बान्हल
सिहकै जखन पवन झण्डा खूब नाचै
बरसै जखन मेघ गाछक पात नाचै
छुट्टी होइ जखन बौआ खूब नाचै
मफऊलातु-फाइलातुन-फाइलातुन
2221-2122-2122
अमित मिश्र
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