गजल-४२
सगतरि बखान मिथिला के
महिमा महान मिथिला के
छथि राम सजल बनि दुल्हा
छाती उतान मिथिला के
पाहुनसँ भरल अछि आँगन
दलमल दलान मिथिला के
धूमन गगूल शरबत आ
परसबइ पान मिथिला के
अवधेश देखि गदगद छथि
सभ ओरियान मिथिला के
अरिपन पड़ल सजल डाला
देखब चुमान मिथिला के
आओत "नवल" कोजगरा
बाँटब मखान मिथिला के
वर्ण क्रम: २२१२+१२२२
(तिथि: १२.१२.२०१२)
©पंकज चौधरी (नवलश्री)
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