सोमवार, 14 जनवरी 2013

रुबाइ

रुबाइ-140

भागक कोँचा धेने कहू की भेटत
रणमे गुबदी देने कहू की भेटत
चड़फड़ रहब भीड़मे तखने जीबि सकब
बिन मेहनते केने कहू की भेटत

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों