सोमवार, 14 जनवरी 2013

रुबाइ

रुबाइ-153

ज्वालामे अहाँक जड़ि जेबाक मन होइछ
कारी नैनमे गड़ि जेबाक मन होइछ
बस एक्कै बेर मीठ बोली सूनितौंह
आ तखने हँसति मरि जेबाक मन होइछ

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों