सोमवार, 14 जनवरी 2013

बाल गजल

बाल गजल-90

उमरिमे हम छोट छी
देहमे हम मोट छी

पेंट अंगा हमर नै
बीत भरि लंगोट छी

खाइ केरा सेव हम
आर पूरी रोट छी

खेल अनुपम हमर यौ
बाँसपर हम नोट छी

बस अहाँ बानर कहब
हम मुदा नै छोट छी

लोक जनमल हमर यौ
आब कह के छोट छी

फाइलातुन-फाइलुन
2122-212
बहरे-मदीद

अमित मिश्र

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों