बाल गजल-81
माँथपर कपड़ा सजल एलै कपड़िया
छै भीड़ आँगन जुटल एलै कपड़िया
हरियर पियर सब रंग लागै रमनगर
छै छीँट तैपर बनल एलै कपड़िया
काकी बलाउज शाल लेलनि चारि टा
हमरा तँ अंगे जचल एलै कपड़िया
माँथपर एते बोझ भाड़ी नै लगै
यदि पेट अतरी सटल एलै कपड़िया
नै दाम पटलै तखन वापिस भेल सब
तेँ दाम फेरो घटल एलै कपड़िया
मुस्तफइलुन
2212 तीन बेर सब पाँतिमे
बहरे-रजज
अमित मिश्र
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