बाल गजल-76
कुम्हारसँ नया नीक खेलौना आन
घोड़ा गाय हाथीक छै ओतै खान
माँटिक पाइ चुक्का बहुत केरा आम
फूटत शेर गायक पएरो के छान
माँटिक चाँक माटिक सिलेटो आ बोर्ड
तेँ माँ भूमि एतै तँ उपजै छै धान
आबै छै धरा बीचमे लागै ग्रहण
एगो कात सूरज तँ दोसरमे चान
बहुते साल छल दबल धरती तऽर गाछ
तखने बनल ई कोयला कारी खान
आजुक भोरमे खेल कम पढ़बै खूब
एतै तखन हमरो तँ मिथिलाक्षर ज्ञान
मफऊलातु-मुस्तफइलुन-मफऊलातु
2221-2212-2221
बहरे-हमीद
अमित मिश्र
कुम्हारसँ नया नीक खेलौना आन
घोड़ा गाय हाथीक छै ओतै खान
माँटिक पाइ चुक्का बहुत केरा आम
फूटत शेर गायक पएरो के छान
माँटिक चाँक माटिक सिलेटो आ बोर्ड
तेँ माँ भूमि एतै तँ उपजै छै धान
आबै छै धरा बीचमे लागै ग्रहण
एगो कात सूरज तँ दोसरमे चान
बहुते साल छल दबल धरती तऽर गाछ
तखने बनल ई कोयला कारी खान
आजुक भोरमे खेल कम पढ़बै खूब
एतै तखन हमरो तँ मिथिलाक्षर ज्ञान
मफऊलातु-मुस्तफइलुन-मफऊलातु
2221-2212-2221
बहरे-हमीद
अमित मिश्र
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