सोमवार, 14 जनवरी 2013

बाल गजल

बाल गजल-94

माँफ करियौ गलती हमर माँ शारदे
बाल सब अज्ञानी सगर माँ शारदे

ज्ञान बिनु ई जीवन अमावश भेल छै
रश्मि बनि फेरू ने नजर माँ शारदे

ठाढ़ छी कखनसँ जोड़ि कर हम पाँतिमे
मात्र दिअ मातृत्वक नगर माँ शारदे

हम दया शब्दक भीख टा माँगैत छी
मात्र आनल हम पुष्प घर माँ शारदे

मातु बिनु हहरै "अमित" मोनहि मोन माँ
प्रेम संगहि दे ज्ञान वर माँ शारदे

फाइलातुन-मुस्तफइलुन-मुस्तफइलुन
2122-2212-2212
बहरे-हमीम

अमित मिश्र

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों