सोमवार, 14 जनवरी 2013

रुबाइ


रुबाइ-135

कानै छै दुनियाँ बिसरि गेल हँसनाइ
यांत्रिक भेल मनुख नै छै खेल हँसनाइ
अपनहि हाथे काल बेसाहै मानव
पलखति नै गप लेल कहाँ भेल हँसनाइ

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों